कविता नही आती महीनों
तो मतलब नहीं कि
लापरवाह हो रहे है सपनें
मतलब यह कि आकाष
खाली है परिन्दों से इन दिनों।
कविता आयेगी, - जब उजड़ जाने पर
ढ़ीठ होकर चिडि़याँ
घर के किसी साफ-षफ्फाक कोने में
फिर बनायेगी घोंसला
जब कोई मरेगा कहीं
षब्दहीन अकेले
---Continue
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