Thursday, 4 June 2015

आयेगी कविता



कविता नही आती महीनों
तो मतलब नहीं कि
लापरवाह हो रहे है सपनें
मतलब यह कि आकाष
खाली है परिन्दों से इन दिनों।

कविता आयेगी, - जब उजड़ जाने पर
ढ़ीठ होकर चिडि़याँ
घर के किसी साफ-षफ्फाक कोने में
फिर बनायेगी घोंसला

जब कोई मरेगा कहीं
षब्दहीन अकेले


---Continue

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